नई दिल्ली। बिहार चुनाव में तेजस्वी की रैलियों में आने वाली भीड़ से घबराई भाजपा ने हिंदू मुसलमान का खेल शुरु कर दिया है। इस काम के लिए पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नकवी को आगे लाया गया है, उन्होंने इस चुनाव में जमात ए इस्लामी और पीएफआई जैसे संगठनों का जिक्र कर पोलेराईजेशन की कोशिश शुरु कर दी है।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए नकवी ने कहा, कि हम तेजस्वी यादव जी से पूछना चाहते हैं कि क्या कांग्रेस पार्टी के साथ तेजस्वी यादव की पार्टी का जमात ए इस्लामी और पीएफआई के साथ समझौता हुआ है क्योंकि उनका कांग्रेस के साथ समझौता हो चुका है। ये बात तेजस्वी यादव को बिहार की जनता को स्पष्ट करना होगा।
नक़वी ने कहा, कि जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़ रहे थे तो देश बहुत आश्चर्यचकित था कि कांग्रेस से ज़्यादा जमात ए इस्लामी के झंडे क्यों दिखाई दे रहें? आज़ादी के बाद पहली बार अपने आप को राष्ट्रवादी पार्टी कहने वाली कांग्रेस ने मुस्लिम लीग से भी समझौता किया था। उस समय कहा गया था कि ये गठबंधन की मज़बूरी है, जमात ए इस्लामी से भी यही राजनीतिक मज़बूरी हो और पीएफआई के साथ भी जो समझौते दिखाई पड़ रहे हैं, उसमें भी कांग्रेस को ये बताना चाहिए कि उसमें कौन सी मज़बूरी है ।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा, कि पूरी दुनिया में जमात ए इस्लामी नाम के इस संगठन की गतिविधियां खून खराबे, आतंक से भरपूर और मानवता के खिलाफ दिखाई पड़ती है। लेकिन जब मोदी जी की सरकार आई तो कश्मीर में इनकी गतिविधियों के चलते इन पर प्रतिबंध लगाया गया।